खरगोन का चमकता सितारा :उस गूंज का नाम किशोर मामा रघुवंशी की गूंज है।
शहर में एक ही नाम जंन सेवक मामा 2028 के चर्चे आम है।

खरगोन का चमकता सितारा
:उस गूंज का नाम किशोर मामा रघुवंशी की गूंज है।
शहर में एक ही नाम जंन सेवक मामा 2028 के चर्चे आम है।
आज शहर में बस एक ही नाम की गूंज है, और अब यह गूंज बहुत दूर तक पहुंच चुकी है। जो विरोधियों के कानों में गूंज गुंजायमान हो चुकी है। उस गूंज का नाम किशोर मामा रघुवंशी की गूंज है। जिसने विरोधियों को अन्दर ही अन्दर सोचने को मजबूर कर दिया है।
और वह सोचने लगे है। की यह व्यक्ति (किशोर मामा रघुवंशी) हम सबको शायद चेलेंज कर रहा है। की आओ मैदान में मै तो आ चुका, क्योंकि जिस व्यक्ति का बीजेपी में ना कोई पद है। और न ही संगठन में है, लेकिन खरगोन शहर के साथ ही पूरे खरगोन विधानसभा क्षेत्र में *किशोर मामा रघुवंशी की गूंज सुनाई दे रही,* बीजेपी के बड़े लीडर तक पहुंच बन रही। जिसमें बड़े लीडर की बात करे तो, मख्यमंत्री मध्य प्रदेश शासन के श्री मोहन यादव जी, श्री कैलाश विजयवर्गीय जी, विश्वास सारंग जी, ऐसे और भी बड़े स्तर के महारथियों के साथ खड़े नजर आने लगे, और उनके साथ गुफ्तगू करते नजर आने लगे हैं। और उनके सबसे प्रिय ज्योतिरादित्य सिंधिया जी तो उन्हें अच्छी तरह जानने लगे है। सिंधिया जी तो उन्हें नाम से भी पुकारने लगे है। सिंधिया फैंस क्लब की चर्चा भी शहर में जगह जगह हो रही, महाराज जी के साथ शहर में जगह जगह पोस्टर भी नजर आ रहे।
अभी हाल ही इंदौर में सिंधिया जी के साथ मुलाकात वाली तस्वीर बहुत वायरल हुई जो पूरे शहर में चर्चा का विषय रही, जिसने विरोधीयों को बेचैन कर के रख दिया, जिसने शहर में अपनी, गऊ सेवा, शहर के किसी भी नागरिक की कोई समस्या हो, उसका त्वरित निराकरण, ऐसे अनगिनत समस्याओं का समाधान किशोर मामा रघुवंशी बगैर किसी पद के भी लोगों की समस्याओं के समाधान कर रहे, और पब्लिक के बीच में अपनी जगह बना रहे, जिससे उनके विरोधी परेशान है, और अब *किशोर मामाजी रघुवंशी* के विरोधी भी उनके नक्शे कदम पर चलकर, पब्लिक की सेवा में जुटने की कोशिश अभी से चालू कर दी, वे सोचने पर मजबूर हो गए। की कही देर न हो जाए, और हम जिसे कमजोर और मजाक में ले रहे जिसकी हंसी उड़ा रहे कही वह मैदान ना मार ले। इसलिए किशोर मामा के विरोधी भी अब मैदान में नजर आने लगे, और देखने में आ रहा की जनता को जगह जगह नाश्ता और भंडारे के कार्यक्रम चालू कर दिए।
जबकि किशोर मामा रघुवंशी जी का लक्ष्य समाज सेवा, और उनकी समस्याओं के समाधान में लगा है। यही अन्तर होता है। एक समाज सेवक का। और…..?